करे महाशिवरात्रि में इस तरह पूजा होगा सब मंगल
करे महाशिवरात्रि में इस तरह पूजा होगा सब मंगल
महाशिवरात्रि हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है. सोमवार का दिन भगवान शिव की आराधना का दिन माना जाता है. इसी तरह मासिक शिवरात्रि भी मनाई जाती है.
चतुर्दशी तिथि भगवान शिव की ही तिथि मानी जाती है. चतुर्दशी तिथि को ही शिवरात्रि होती है. 21 फरवरी को त्रयोदशी के दिन जो लोग पूजन नहीं कर पा रहे हैं तो वो 22 फरवरी को भी चतुर्दशी के समय तक शिव का पूजन कर सकते हैं.
महाशिवरात्रि का शुभ मुहूर्त
21 फरवरी को ये शिवरात्रि शाम को 5 बजकर 20 मिनट से शुरु होकर शनिवार 22 फरवरी को शाम 7 बजकर 2 मिनट तक रहेगी. रात्रि की पूजा शाम को 6 बजकर 41 मिनट से शुरू होकर रात 12 बजकर 52 मिनट तक होगी. शिवरात्रि में जो रात का समय होता है
महाशिवरात्रि को कैसे करे भगवान शिव का अभिषेक
महाशिवरात्रि हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है इस दिन हम सब भगवान शिव का अभिषेक करते है ताकि हम सब के जीवन में खुशहाली आ सके। वैसे तो पूजा का सम्बंध भाव से होता है भाव का अर्थ है आपकी श्रद्धा और भक्ति। लकिन फिर भी हम महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव का अभिषेक पांच महत्वपूर्ण तत्वों से कर सकते है।
१. स्वास्थ्य और समृदि के लिए पञ्चमृत (दूध ,दही ,बूरा ,शहद और माखन )
२ धन प्राप्ति के लिए गन्ने का रस।
३ मानसिक एकाग्रता के लिए दूध।
४ सर्वसिद्धि के लिए गंगजल ।
५ खुशहाली के लिए सफ़ेद फूल और बेल पत्र।
धन्यवाद्
सुजात एस्ट्रो
महाशिवरात्रि हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है. सोमवार का दिन भगवान शिव की आराधना का दिन माना जाता है. इसी तरह मासिक शिवरात्रि भी मनाई जाती है.
चतुर्दशी तिथि भगवान शिव की ही तिथि मानी जाती है. चतुर्दशी तिथि को ही शिवरात्रि होती है. 21 फरवरी को त्रयोदशी के दिन जो लोग पूजन नहीं कर पा रहे हैं तो वो 22 फरवरी को भी चतुर्दशी के समय तक शिव का पूजन कर सकते हैं.
महाशिवरात्रि का शुभ मुहूर्त
21 फरवरी को ये शिवरात्रि शाम को 5 बजकर 20 मिनट से शुरु होकर शनिवार 22 फरवरी को शाम 7 बजकर 2 मिनट तक रहेगी. रात्रि की पूजा शाम को 6 बजकर 41 मिनट से शुरू होकर रात 12 बजकर 52 मिनट तक होगी. शिवरात्रि में जो रात का समय होता है
महाशिवरात्रि को कैसे करे भगवान शिव का अभिषेक
महाशिवरात्रि हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है इस दिन हम सब भगवान शिव का अभिषेक करते है ताकि हम सब के जीवन में खुशहाली आ सके। वैसे तो पूजा का सम्बंध भाव से होता है भाव का अर्थ है आपकी श्रद्धा और भक्ति। लकिन फिर भी हम महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव का अभिषेक पांच महत्वपूर्ण तत्वों से कर सकते है।
१. स्वास्थ्य और समृदि के लिए पञ्चमृत (दूध ,दही ,बूरा ,शहद और माखन )
२ धन प्राप्ति के लिए गन्ने का रस।
३ मानसिक एकाग्रता के लिए दूध।
४ सर्वसिद्धि के लिए गंगजल ।
५ खुशहाली के लिए सफ़ेद फूल और बेल पत्र।
धन्यवाद्
सुजात एस्ट्रो
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