अंकशास्त्र --- मूलांक 2

                                              अंकशास्त्र                                                                                                          मूलांक २





आज हम बात करेंगे अंकशास्त्र में नंबर २ की

इस अंक के लोग पूरी तरह से भावुक, रचनात्मक , शीग्रामी,काल्पनिक सरलचित के होते है ऐसे लोग पूरी तरह से काफी हद तक कल्पनाशील होते है और बिज़नेस में हमेशा सफल होते है यह अंक अपने विचारो से काम करने के लिए प्रसिद  है सोचने की क्षमता होने के कारण ऐसे लोग अच्छे वक्ता , कवि, अभिनेता,लेखक और रचनात्मक होते है ऐसे लोगो का स्वभाव  चन्द्रमा की कलाओ की तरह होते है इन लोगो में सम्मोहित करने की शक्ति होती है यह न तो ज़यादा देर तक सोच सकते है न ही एक जगह पर रह सकते है

अगर हम बिज़नेस की बात करे तो यह  लोग तरल पदार्थो  का काम जैसे मिल्क, पानी , कृषि ,शिक्षा विभाग ,बैंक और मेडिकल विभाग आदि l ऐसे लोग संगीत ,गायन और कला में भी अच्छे  होते है
अगर हम बात करेंगे चिकित्सा की तो फेफड़ो ,रक्त चाप ,पेट और मानसिक तनाव से दूर रहना चाहिए 
२ नंबर वाले लोग ज्यादा भावुक होते है इसलिए इन्हे कई बार बिसनेस और पर्सोनल जीवन में नुकसान उठाना पड़ता है इसी वजह से यह लोग ववाहिक जीवन में नुकसान उठाते है 

२० नंबर वाले लोग  ज्यादा विचारशील  होते है इसलिए इन्हे अपने जीवन में काफी संघर्ष करना पड़ता है इनमे मानसिक अस्थिरता  जायदा होती है यह लोग काफी अस्थिर रहते  है उतार चढ़ाव भी काफी होता है बिना सोचे समझे खर्च करने की आदत के कारण भी यह लोग काफी परेशान  होते है 

एक बात है अगर कुंडली में चन्द्रमा काफी मजबूत हो तो ऐसे लोग ज्यादा आगे निकल जाते है 

११ नंबर वाले लोगो को चन्द्रमा और सूर्य का अच्छा सहयोग मिलता है क्योकि इसमें दो बार १ आ रहा है इसलिए यह लोग ज्यादा अच्छी तरह से अपने मानसिक संतुलन पर विजय पा लेते  है इसका पूरा प्रभाव होने के बाद भी यह अपनी कला से विचार से और वाक कला में अच्छे होते है 

२९ नंबर वाले लोगो को चन्द्रमा और मंगल  का अच्छा सहयोग मिलता है क्योकि इसमें २ और ९ आ रहा है  इन्हे हमेशा एक बात का ध्यान रखना होगा कि बदनामी और नामं न खराब हो इससे बचना होगा ! इन्हे हर कदम सोच समझ के उठाना होगा 



भाग्यशाली अंक  -- १,२,७,४,इनके लिए भाग्यशाली अंक है 


सावधानी --- इन लोगो को हमेशा ध्यान रखना होगा कि अमावस्या और पूर्णिमा तिथि के आस पास विचारो की उथल पुथल या कोई बड़ा फैसला लेने से पहले सोचना होगा 


उपाए 


१ भगवान शिव की आराधना 

२ चांदी पहने 
३ माता की सेवा करे 
४ जल स्रोत करे 

ध्नयवाद 


सुजाता एस्ट्रो 




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