अंकशास्त्र ----- मूलांक 5
अंकशास्त्र मूलांक 5
आज हम बात करेंगे मूलांक 5 की। जिनका भी जन्म 5 ,14 , 23 को हुआ है उनका अंक शास्त्र में मूलांक ५ है। इसका स्वामी सबसे तेज गति से चलने वाला बुध है। बुध अपने आप में ही एक ऐसा ग्रह है जो ज्योतिष में एक बालक के रूप में देखते है बुध की एक विशिता होती है कि यह जिसके साथ बैठता है उसी के अनुसार उसके गुण उसमे आ जाते है बुध एक ऐसा ग्रह है जो बुधि तेज ,वाणी ,युवा वर्ग और किसी भी काम को करने की क्षमता देता है और सिखने की शक्ति जुपिटर यानि गुरु से मिलती है। इसके अंदर बोल चल की शक्ति, मस्तिष्क ज्ञान अदि आता है। इस अंक वाले लोग अपने जीवन में बहुत आगे तक जाते है। ऐसे लोग लेखन ,कला ,नाटक ,भाषण खेल और व्यापार में अच्छा काम करते है। ऐसे लोगो का एक उदाहरण है virat kholi है। ऐसे लोग अपनी उम्र से कम और हसमुख होते है।
मूलांक 5 के मित्र अंक की बात करे तो वो 1 ,5 ,6 और 8 है। ऐसे लोगो को हरा रंग जायदा पसंद होता है
. इनके लिए पीला रंग शुभ होता है। यह याद रहे की इनको काले रंग से बचना होगा।
इनके ईस्ट देव है गणेश जी। जिनकी आराधना इनको नित्य करनी चहिये।
धन्यवाद्
सुजाता एस्ट्रो
मूलांक 5 के मित्र अंक की बात करे तो वो 1 ,5 ,6 और 8 है। ऐसे लोगो को हरा रंग जायदा पसंद होता है
. इनके लिए पीला रंग शुभ होता है। यह याद रहे की इनको काले रंग से बचना होगा।
इनके ईस्ट देव है गणेश जी। जिनकी आराधना इनको नित्य करनी चहिये।
धन्यवाद्
सुजाता एस्ट्रो
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